अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के जम्मू-कश्मीर राज्य अध्यक्ष ठाकुर यशवंत सिंह पठानिया ने युवाओं से आगामी चुनावों में सक्रिय रूप से भाग लेने की, डिजिटल जागरूकता, और जम्मू-कश्मीर को IT हब और नशा मुक्त करने की अपील की।
तारीक: 06/09/2024
"अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के जम्मू-कश्मीर राज्य अध्यक्ष ठाकुर यशवंत सिंह पठानिया ने युवाओं से आगामी चुनावों में सक्रिय रूप से भाग लेने की, डिजिटल जागरूकता, और जम्मू-कश्मीर को IT हब और नशा मुक्त करने की अपील की।"
जम्मू: अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के जम्मू-कश्मीर राज्य अध्यक्ष, ठाकुर यशवंत सिंह पठानिया, ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं से आगामी चुनावों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की है। उनका कहना है कि युवाओं की सक्रिय भागीदारी से ही एक पारदर्शी और न्यायपूर्ण सरकार का गठन संभव है, जो राज्य के भविष्य को संवार सके। पठानिया ने कहा, "यह समय है जब हम सभी अपने मताधिकार का सही प्रयोग करें और एक बेहतर सरकार और भविष्य के निर्माण में योगदान दें।" उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि राजनीति और सामाजिक कार्यों में भाग लेने से न केवल उन्हें करियर के अवसर मिलेंगे, बल्कि वे जम्मू-कश्मीर को एक बेहतर और समृद्ध राज्य बना सकेंगे।
पठानिया ने डिजिटल जागरूकता पर भी जोर देते हुए कहा कि युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डिजिटल तकनीकों के बारे में जागरूक होना चाहिए। "हमारे देश में बढ़ते साइबर अपराधों को रोकने और उत्पादकता बढ़ाने के लिए डिजिटल जागरूकता की अत्यंत आवश्यकता है," उन्होंने कहा। पठानिया ने युवाओं से अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा से जुड़ने का भी आग्रह किया, जो एक गैर-राजनीतिक संगठन है और भारत के सबसे पुराने और बड़े संगठनों में से एक है, जिसकी स्थापना 1897 में हुई थी। "हमारे संगठन में युवा स्वयंसेवक या सक्रिय सदस्य (पदाधिकारी) के रूप में जुड़ सकते हैं और समाज के उत्थान में अपनी भूमिका निभा सकते हैं," उन्होंने कहा। ठाकुर यशवंत सिंह पठानिया ने अपनी शिक्षा का उल्लेख करते हुए बताया कि उन्होंने आर्मी पब्लिक स्कूल कालूचक से स्कूली शिक्षा प्राप्त की और जम्मू विश्वविद्यालय से आईटी इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। वे राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में पदक विजेता रहे हैं और एनसीसी कैडेट भी रहे हैं। उन्होंने युवाओं को खेलों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
इसके अलावा, पठानिया ने अपनी इंजीनियरिंग, कई प्रकार की आईटी कंपनी में नौकरी, इंटरनेशनल क्लाइंट्स से डील करने के बाद और ग्लोबल रिसर्च व तथ्यों के आधार पर यह समझ लिया है की यह दौर टेक्नोलॉजी का है और अगर हम टेक्नोलॉजी का उपयोग नहीं करेंगे और पुराने तरीकों से काम करेंगे तो हम सब काफी पीछे रह जायेंगे, और इसीलिए यह निष्कर्ष निकाला है कि किसी भी करियर के लिए तकनीक का ज्ञान बहुत महत्वपूर्ण है। और इसके साथ साथ उन्होंने अपने मुख्य बिंदुओं पर जोर देते हुए कहा कि उनके मुख्य उद्देश्य कुछ इस प्रकार है :
युवाओं को सशक्त बनाना, जम्मू को आईटी हब के रूप में विकसित करना, मुफ्त शिक्षा (पोस्ट ग्रेजुएशन तक), युवाओं में नशा मुक्ति और पुनर्वास, वरिष्ठ नागरिकों के लिए मुफ्त चिकित्सा सुविधाएं (60 वर्ष से ऊपर), पशु आश्रय और अस्पतालों की स्थापना, डिप्रेशन से जूझ रहे परिवारों और आत्महत्या पीड़ित परिवारों की सहायता, महिला सुरक्षा, ताकि महिलाएं जम्मू-कश्मीर में सुरक्षित महसूस कर सकें, संस्कृति और धरोहर की रक्षा, गऊ शाला और अन्य सोशल वर्क ।
पठानिया ने अंत में कहा कि यह समय है जब युवा अपने अधिकारों और कर्तव्यों को समझें, राजनीति और सामाजिक गतिविधियों में भाग लें, और जम्मू-कश्मीर के बेहतर भविष्य के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं।